Sleep Tourism: लोग इस साल सोने के लिए छुट्टियों पर जा रहे हैं, हैरान कर देगी इसकी वजह
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What is the Buzz Over sleep Tourism: अमेरिका में रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) ने अपर्याप्त नींद को ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या’ घोषित किया है. नींद न आने की ये बड़ी समस्या यूरोप के बड़े देशों के साथ जापान और कनाडा के लोगों को भी सता रही है. लिहाजा स्वस्थ्य रहने की चाहत में दुनियाभर में स्लीपिंग इंडस्ट्री अरबों रुपये का बाजार बनने के साथ जमकर फलफूल रही है.
स्लीप टूरिज्म के बढ़ने की वजह
नींद की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कारोबारियों का निवेश करना कोई नया ट्रेंड नहीं है. 2019 में आए एक स्मार्ट बेड ने खूब सुर्खियां बटोरीं थीं. जिसके बाद लोगों को बढ़िया नींद दिलाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कैसे हो सकता है इस विषय पर नई बहस छिड़ गई थी. बीते कुछ सालों में, जैसे-जैसे स्लीप टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ा, वैसे-वैसे स्लीप टूरिज्म भी बढ़ा. आज हवाई अड्डों पर अब स्लीप पॉड्स हैं, होटलों में सोने के लिए लक्ज़री सुइट्स हैं, और लोग बेहतर नींद की तलाश में दुनिया भर में घूम रहे हैं. वहीं क्लिनिकल स्लीप मेडिसिन के जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में 75 फीसदी लोगों में अनिद्रा की शिकायत पाई गई थी. इसलिए प्रॉपर साउंड स्लीप की डिमांड बढ़ी है तो ये इंडस्ट्री भी तेजी से बूम कर रही है.
सोने के लिए ट्रैवल!
आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (IA) संचालित हाइटेक बेड और स्लीप एडवाइजर्स की सलाह की इस इंडस्ट्री में बड़ी भूमिका है. दोनों लोगों को बेहतर नींद दिलाने में मदद करते हैं. यानी नींद के अनुभव को और बेहतर बनाने में मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है. एक सर्वे के मुताबिक 2023 में बहुत से लोग सिर्फ प्रॉपर साउंड स्लीप यानी सोने के लिए ट्रैवल कर रहे हैं.
क्या है स्लीप टूरिज्म?
स्लीप टूरिज्म यानी एक ऐसी छुट्टी के बारे में सोचना जहां आपका प्राइमरी फोकस घूमना-फिरना, खाना-पानी या मजे करना नहीं बल्कि प्रॉपर नींद लेना है. इसमें आपके ठहरने के स्थान से लेकर सारी गतिविधियों तक सब कुछ एक अच्छा नाइट रेस्ट के हिसाब से प्लान किया जाता है. छुट्टियों के इस नए अंदाज को स्लीप टूरिज्म कहा जाता है. इस टूरिज्म की थीम की बात करें तो इसमें ग्राहकों की नींद की गुणवत्ता में सुधार के लिए काम किया जाता है. न्यूयॉर्क से लेकर लंदन के होटलों में आपके लिए ऐसे कमरे बनाए गए हैं जो सेफ होने के साथ बाहर का शोर आप तक नहीं पहुंचने देते हैं. ऐसे होटलों में आपका ध्यान किसी प्राकतिक चिकित्सा केंद्र यानी नेचुरोपैथी सेंटर्स की तरह रखा जाता है.
भारत में भी इसको लेकर जागरूकता बढ़ रही है. प्रापर नींद के लिए लोग इस इंडस्ट्री के बारे में गूगल कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, आपको भी ऐसी कोई सर्विस लेनी है तो आपके लिए किसी ऐतिहासिक शहर के किसी लक्जरी होटल की यात्रा कराई जा सकती है जो आपको नींद यानी सोने का असाधारण अनुभव देने के लिए जाना जाता हो. विशेषज्ञों के अनुसार यह वेलनेस टूरिज्म की एक शाखा है, क्योंकि लोग अपने व्यस्त कार्यक्रमों और अनियमित दिनचर्या की वजह से खराब हुई नींद की आदतों में सुधार करने के लिए नए तरीकों की तलाश कर रहे हैं. और इस मांग को पूरा करने के लिए कई स्लीप-फोकस्ड प्रॉपर्टीज सामने आ रही हैं.
जनवरी 2022 में, न्यूयॉर्क के होटल पार्क हयात ने आराम का नया एक्सपीरियंस देने के लिए स्पेशल स्लीप सूट की शुरुआत की. ब्रायट गद्दे उनकी यूएसपी हैं. वहां के कुशन और गद्दे भी एक्यूप्रेशर सिस्टम का ध्यान रखते हुए बनवाए गए हैं
लंदन के कुछ स्लीप-सेंट्रिक होटल भी आपको बेहतरीन नींद का अनुभव देने का दावा करते हैं. यहां साउंडप्रूफिंग से सुसज्जित कमरे हैं जहां मिलने वाली तकिया और कंबल भी बेहतरीन एहसास देते हैं.
जिनेवा का मंदारिन ओरिएंटल, तो अपने मेहमानों के लिए सोने के कार्यक्रम आयोजित करता है. उन्होंने स्विट्जरलैंड में एक निजी मेडिकल स्लीपिंग क्लिनिक CENAS के साथ मिलकर तीन दिवसीय कार्यक्रम तैयार किया है, जो संभावित नींद की समस्याओं की पहचान करने के लिए मेहमानों के सोने के पैटर्न का अध्ययन करता है.
नींद न होने से अरबों रुपये का नुकसान
नींद की कमी काम की प्रोडक्टिविटी से भी जुड़ी है, जिसकी वजह से हर साल बड़ी संख्या में काम के दिनों का नुकसान होता है. ऐसे में आज कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को प्रॉपर नींद लेने के लिए प्रेरित कर रही हैं.
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