Russia UK Row: रूस और ब्रिटेन में कौन किसकी जासूसी कर रहा? लंदन के फैसले पर मॉस्को का पलटवार
Headlines Today News,
Russia UK Diplomatic row: रूस और ब्रिटेन के बीच टकराव चरम पर है. दोनों एक दूसरे पर जासूसी का आरोप लगा रहे हैं. पुतिन पांचवी बार राष्ट्रपति बनने के बाद जिस दिन चीन पहुंचे, ठीक उसी दिन मॉस्को के अफसरों ने लंदन (London) के कूटनीतिक फैसले का मुंहतोड़ जवाब दिया. रूस ने इस बार जैसे को तैसा वाली रणनीति अपनाई है. रूस ने यूके के खिलाफ जवाबी कार्रवाई (Russia Britain diplomatic row) की. और ब्रिटिश रक्षा अताशे (British defence attaché) को अवांछित शख्स घोषित कर दिया. इसके साथ ही मॉस्को ने ब्रिटिश राजनयिक को फौरन देश छोड़ने का फरमान सुनाया, हालांकि इसके लिए उन्हें 7 दिन की मोहलत दी गई है.
इस फैसले के बावत रूसी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा रूस, ब्रिटेन से रूसी अताशे के निष्कासन के फैसले का विरोध करता है. क्रेमलिन का ये फैसला इसी महीने की 8 तारीख को ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा रूसी कर्नल मैक्सिम एलोविक को अघोषित सैन्य खुफिया अफसर बताने और उनके निष्कासन के बाद आया है.
रूस-ब्रिटेन में बढ़ी तकरार
बयान में ये भी कहा गया कि- ‘हमने मॉस्को में स्थित ब्रिटिश ब्रिटिश एंबैसी के राजनयिक को बुलाकर अपना फैसला सुनाया है. हम इस महीने की शुरुआत में ब्रिटेन के फैसले को स्पष्ट रूप से पूर्वाग्रह से ग्रसित और राजनीति से प्रेरित कार्रवाई मानते हैं, जिससे रूस और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को भारी नुकसान पहुंच रहा है.’
कैसे बढ़ी तकरार?
रूस ने मॉस्को में ब्रिटिश दूतावास में स्थित रॉयल नेवल अधिकारी कैप्टन एड्रियन कॉघिल को निष्कासित कर दिया. रूस के विदेश मंत्रालय ने अपने टेलीग्राम चैनल पर इसकी पुष्टि की है. ब्रिटेन और रूस के संबंध कई सालों से तल्ख रिश्ते हैं. दोनों के बीच तनातनी है. संबंध इतने असहज हो गए हैं कि दोनों एक दूसरे के एजेंटों पर टारगेट किलिंग और जासूसी तक का आरोप लगा रहे हैं.