Rajnath Singh: पूर्व पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी ने पढ़े राहुल गांधी की शान में कसीदे, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मांगा जवाब
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Ex-Pak minister again praises Rahul Gandhi: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन (Fawad Chaudhry) का राहुल गांधी की तारीफ करना बड़ी चिंता का विषय है. इसलिए कांग्रेस को अपने नेता के प्रति ऐसे देश के ‘अगाध प्रेम’ पर स्पष्टीकरण देना चाहिए जो हमेशा भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता है. सिंह ने एक इंटरव्यू में पाकिस्तान से कांग्रेस के संबंध पर भी सवाल उठाते हुए कहा, ‘एक ऐसे देश से इस अगाध प्रेम के पीछे कोई वजह जरूर होगी जो भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता रहा है. यह बड़ी चिंता का विषय है और भारत इस प्यार के पीछे की वजह जानना चाहता है.’
राजनाथ ने मांगा स्पष्टीकरण
चौधरी 2019 में पुलवामा आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने का दावा करके चर्चा में आए थे. उन्होंने ‘राहुल ऑन फायर’ ‘कैप्शन’ से राहुल गांधी के एक भाषण के अंश एक मई को ‘एक्स’ पर पोस्ट किए थे जिसकी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने तीखी आलोचना की थी. रक्षा मंत्री ने कहा, ‘अगर एक ऐसे देश का पूर्व मंत्री राहुल की तारीफ करता है जो भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता रहा है तो यह चिंता की बात है. कांग्रेस को पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए.’
सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश भारतीय चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है. यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान इसमें कामयाब हो रहा है, सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की चुनाव को प्रभावित करने की ‘औकात’ नहीं है. पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने राहुल गांधी की पार्टी के उस वादे के लिए शनिवार को फिर उनकी तारीफ की थी कि अगर कांग्रेस सत्ता में आयी तो संपत्ति के पुन: वितरण के लिए सर्वेक्षण कराएगी. सिंह ने कहा कि कांग्रेस जिस तरीके से संपत्ति का पुन: वितरण करना चाहती है, उससे अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी और महंगाई बेकाबू हो जाएगी जैसा कि वेनेजुएला में हुआ था.
क्या बोले थे फवाद चौधरी?
चौधरी ने राहुल की तुलना उनके पिता के नाना और भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से करते हुए कहा था कि ‘दोनों समाजवादी हैं.’ पाकिस्तान से तारीफ मिलने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के साथ कांग्रेस की ‘साझेदारी’ का पर्दाफाश हो गया है और पड़ोसी देश राहुल को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उतावला है.
यह पूछे जाने पर कि भाजपा चौधरी की अवांछित टिप्पणियों में राहुल की गलती क्यों ढूंढ रही है, इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी नेता ने ‘राहुल गांधी ऑन फायर’ कहते हुए उनकी तारीफ की. अगर ऐसे देश से ये टिप्पणियां आती है तो भाजपा जैसे कद के राजनीतिक दल की तरफ से प्रतिक्रिया आना स्वाभाविक है.’
सिंह ने कहा कि राहुल या कांग्रेस ने इस अवांछित तारीफ से दूरी बनाने का कोई प्रयास नहीं किया है. रक्षा मंत्री ने कहा, ‘यह तारीफ ऐसे व्यक्ति ने की है जिसने मंत्री पद पर रहते हुए भारत में आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान सरकार का हाथ होने की बात स्वीकार की थी.’ चौधरी ने करीब साढ़े तीन साल पहले एक चर्चा के दौरान ‘नेशनल असेंबली’ में कहा था, ‘हमने हिंदुस्तान को घुस के मारा. पुलवामा में हमारी सफलता इमरान खान के नेतृत्व में इस देश की सफलता है. आप और हम उस सफलता का हिस्सा हैं.’ रक्षा मंत्री ने इस बारे में भी बात की कि कैसे पाकिस्तान, भारत को अस्थिर करने के लिए लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल कर रहा है और उन्होंने विशेष रूप से मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमलों और जम्मू-कश्मीर में प्रॉक्सी का उल्लेख किया.
अच्छी चल रही है चीन से बातचीत : राजनाथ
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत-चीन सैन्य गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि दोनों पक्षों की वार्ता अच्छी चल रही है. उन्होंने लंबे समय से जारी विवाद के समाधान की उम्मीद जताई. सिंह ने ये भी कहा, ‘भारत चीन से लगी सीमा पर तेज गति से बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है. उन्होंने कहा कि देश की सीमाएं सुरक्षित रहेंगी.
अगले सवाल में ये पूछे जाने पर कि क्या उन्हें सकारात्मक परिणाम और दोनों सेनाओं के बीच लगभग चार साल से जारी तनातनी के खत्म होने की उम्मीद है, इसके जवाब में सिंह ने कहा, ‘अगर कोई उम्मीद नहीं है, तो बातचीत क्यों हो रही है. उन्हें (चीनी पक्ष को) भी उम्मीद है और इसी लिए वार्ताएं हो रही हैं.’
चार साल से बॉर्डर पर है तनातनी
भारत और चीन की सेनाओं के बीच मई 2020 से गतिरोध जारी है और सीमा विवाद का पूर्ण समाधान अभी तक नहीं हो पाया है. हालांकि दोनों पक्ष कई विवादित बिंदुओं से पीछे हट गए हैं. वहीं रक्षा मंत्री ने पूर्वी लद्दाख गतिरोध को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साधने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा, ‘वे (कांग्रेस) भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर सवाल उठा रहे हैं…आप किसका मनोबल गिरा रहे हैं? आपका इरादा क्या है? मैं भी 1962 की बात कर सकता हूं.’
गौरतलब है कि जून 2020 में गलवान घाटी में हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी गिरावट आई. यह दशकों बाद दोनों पक्षों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था.
(इनपुट: भाषा)