20 लाख की क्रेटा चुराकर 40 लाख में बेचता था: 12 हजार के डिवाइस से गाड़ी हैक कर लेता, जानिए कैसे रहे ऐसे चोरों से सावधान – Jaipur Headlines Today News
दिल्ली, गुरुग्राम और जयपुर से क्रेटा कार चुराने वाला रामप्रसाद मीणा उर्फ राजवीर (28) तकनीकी रूप से काफी हाईटेक है। जो कार चुराने से पहले एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से कार के जीपीएस और कंपनी द्वारा लगाए गए डिवाइस को हैक कर देता था। इसके बाद पुलिस और मालिक
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कार फास्टैग से ट्रेस न हो इसलिए अपने मोबाइल में गूगल मैप की मदद से अलग रूट सेट किए हुए थे। इसी कारण जीपीएस लगा होने के बावजूद 19 क्रेटा कार दिल्ली, गुरुग्राम, जयपुर से 500 से 700 किलोमीटर दूर तक ले गया और पकड़ा नहीं गया।
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि आरोपी पुरानी कारों को नई कारों की कीमत से दो से तीन गुना यानी 30 से 40 लाख रुपए में तस्करों को बेचता था। तस्कर क्रेटा की ज्यादा स्पीड और पकड़े जाने पर कार उनकी साबित नहीं होने के चलते रामप्रसाद को ज्यादा कीमत देते थे। बचने के लिए तस्कर कार पर फर्जी स्थानीय नंबर की प्लेट लगाता था।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से कार को हैक करता था आरोपी।
पुलिस के अनुसार, वाहन चोर रामप्रसाद नवंबर-2023 में जयपुर सेंट्रल जेल से बाहर आया था। इसके बाद जयपुर से 7 और गुरुग्राम-दिल्ली से 12 क्रेटा चुरा कर जोधपुर, चित्तौड़गढ़, पाली और जालोर में बेची। रामप्रसाद से चुराई गई क्रेटा जोधपुर में उसके सहयोगियों से बरामद की गई।
पैसा कमाने का हाईटेक तरीका
ये हाईटेक कार चोर रामप्रसाद 3 साल पहले बाइक चुराता था। 7 माह पहले जेल से छूटा। इसके बाद कार चोरी का काम करने लगा। एक डिवाइस से अब तक ये आरोपी 19 कारें चोरी कर चुका है। आरोपी रेडियो रिपीटर से कार की चाबी हैक कर सकता है। यह डिवाइस 12 हजार से 3 लाख रुपए में शॉपिंग वेबसाइट और दिल्ली में मिल जाती है। इस डिवाइस से हर प्रकार की लग्जरी कारों को हैक किया जा सकता हैं। स्टीयरिंग लॉक डिब्बी, जहां से गाड़ियां ईसीएम (इलेक्ट्रॉनिक कॉन्टेंट मैनेजमेंट) से कनेक्ट होती हैं। डिवाइस को इसी से जोड़ते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ अलग-अलग औजारों का इस्तेमाल करता था।
ये सावधानियां रखें
- कार में गियर लॉक लगवाना चाहिए। की-लेस चाबी को पैकेट या ऐसे दराज में रखें जो वाईफाई और सिग्नल को न पकड़ सके।
- कार की चाबी को गाड़ी की रेंज से दूर रखे, ताकि उसके सिग्नल डिकोड न हों।
- कार को दूर से लॉक-अनलॉक करने से बचें।
कार का स्टेय
ऐसे हुआ था पूरे मामले का खुलासा
दरअसल, कार चोरी के एक मामले में पुलिस सीसीटीवी फुटेज चैक कर रही थी। इस दौरान जवाहर सर्किल थानाधिकारी विनोद सांखला को कार चोरी करता हुआ रामप्रसाद दिखाई दिया। इसके बाद प्रताप नगर स्थित एक अपार्टमेंट से उसे गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के दौरान आरोप ने कार चोरी करना स्वीकार किया। बताया कैसे वह कारों से लॉक तोड़ दिया करता है। आरोपी ने कभी चोरी की कार टोल पर लेकर नहीं गया। आरोपी ने गूगल मैप पर टोल के आसपास के गांव के रस्ते सर्च कर रखे थे। वह कार को बिना टोल के निकाल लिया करता था। इसके जरिए ही दिल्ली से चित्तौड़गढ़ और जोधपुर पहुंचता था।