15 दिवसीय संस्कृत प्रशिक्षण शिविर: प्रो. वाईएस रमेश बोले-संस्कृत भाषा को बनाये आम बोलचाल की भाषा, सरल मानक संस्कृत का करें उपयोग – Jaipur Headlines Today News
संस्कृत भारती जयपुर प्रान्त द्वारा सांगानेर आदर्श विद्या मंदिर में चल रहे 15 दिवसीय संस्कृत प्रशिक्षण शिविर के अष्टम दिवस पर बौद्धिक सत्र को प्रो. वाईएस रमेश विभागाध्यक्ष शिक्षाशास्त्र विद्या-शाखा केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर ने संबोधित करते
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लोक व्यवहार में संस्कृत भाषा को अन्य भाषाओं की तरह अनवरत रूप में रखने के लिए सरल संस्कृत को पढ़ाया जाना आवश्यक है। इस शिविर का मुख्य उदेश्य संस्कृत शिक्षण ही है जिससे यह जन सामान्य की भाषा बन सकें, जिन्होंने संस्कृत नहीं सुनी, वे संस्कृत को कठिन मानते है, संस्कृत में डिग्री लेने के पश्चात भी लोगों के मुख में भाषा नहीं होती क्योंकि भाषा का श्रवण नहीं किया होता है।
अतःभाषा का श्रवण होना आवश्यक है, संस्कृत संभाषण के माध्यम से संस्कृत भाषा में वाक्य शब्द निर्माण की प्रकिया को समझे जिससे प्रशिक्षण के बाद ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षण शिविर चला कर संस्कृत सिखाया जा सकें। हमें सरल मानक संस्कृत के द्वारा सरल रूप में संस्कृत को सिखाने पर बल देना चाहिये। सरल संस्कृत का आधार बनाकर सरलमुख संस्कृत का प्रचार करना आवश्यकत है ।
संस्कृत भाषा सरल है, कठिन नहीं है। इस अवसर पर वर्ग संयोजक डॉ. रघुवीर प्रसाद शर्मा वर्गाधिकारी, डॉ. कानाराम जाट प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख घनश्याम हरनेदिया प्रबंध प्रमुख योगेन्द्र शर्मा गीता शिक्षण प्रमुख डॉ कमलकिशोर चोटिया प्रान्त मंत्री कृष्ण कुमार कुमावत चितोड़ प्रान्त मंत्री परमानंदमुख्य शिक्षक मिठालाल माली ललित किशोर रामस्वरूप बैरवा श्रीराम बैरवा संतोष शर्मा अनुप कुमार कैलाश बैरवा शुभम शर्मा मनोज कुमार सहित अनेक लोग उपस्थित थे। शिविर में सम्पूर्ण राजस्थान के 100 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं।