राजस्थान में भूजल का संकट बढ़ा,17 जिलों के 38 ब्लॉक और 1132 पंचायतों में भूजल गिरावट
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Rajasthan News: भूजल स्तर को सुधारने के लिए अटल भू-जल योजना चलाई जा रही है,लेकिन इस योजना का कुछ असर राजस्थान के भूजल पर दिखाई नहीं दे रहा है.उल्टा भूजल स्तर में लगातार गिरावट दर्ज की जा गई है.यदि ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में राजस्थान में जलसंकट का खतरा और बढ़ जाएगा.
और बढ़ रहा है संकट-
राजस्थान में भूजल स्तर में भयावह स्थिति देखने को मिल रही है.अब तो 17 जिलों के 38 ब्लॉक और 1132 पंचायतों में भूजल की गिरावट और दर्ज की गई,जबकि भूजल स्तर की गिरावट की रोकथाम के लिए अटल भूजल योजना भी चलाई जा रही है,लेकिन ये योजना भी भूजल के गिरते स्तर को रोकने में नाकाफी साबित हो रहे है.इसके लिए पिछले दिनों भूजल विभाग ने अटल भूजल पर वर्कशॉप भी की.लेकिन नतीजा कुछ नहीं आ पा रहे.हालात ये हो गए है कि 70 प्रतिशत ब्लॉक डार्क जोन में चल रहे है.दूसरी तरफ मौसम की मार जलसंकट को और बढ़ा रही है.
डार्क जोन के आंकड़ों से समझें भयावह स्थिति-
राज्य में 295 में से 203 ब्लॉक डार्क जोन में है.सबसे ज्यादा हालात अजमेर,अलवर,भीलवाडा,चितौडगढ,दौसा,जैसलमेर,जालौर,झुन्झुनू,नागौर में सभी ब्लॉक अतिदोहित है.जयपुर में 15 में से 14 ब्लॉक डार्क जोन में है.राजधानी के आमेर, बैराठा, बस्सी, चाकसू, दूदू, गोविंदगढ़, जालसू, जमवारामगढ़, झोटवाड़ा, कोटपूतली, पावटा, सांभर, सांगानेर, शाहपुरा की स्थिति बहुत खराब है.
हाल ही केपटाउन में और भारत में बेंगलुरु की रिपोर्ट सामने आई थी,जहां जलसंकट की स्थिति भयावह हो गई है.केपटाउन में तो सरकार ने पाइपलाइन से सप्लाई ही बंद कर दी.ऐसे में अब राजस्थान को संभलना होगा,नहीं तो कही आने वाले दिनों में राजस्थान केपटाउन या बेंगलुरू न बन जाए.