टॉप-10 बैटर-बॉलर में कोई भारतीय नहीं: शाहीन ने लगाए रोहित जितने सिक्स, 12 बार बना 100 से छोटा स्कोर; ट्रेंड
स्पोर्ट्स डेस्क19 मिनट पहले
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टी-20 वर्ल्ड कप में आज से सुपर-8 स्टेज शुरू हो रहा है। 18 जून को ग्रुप स्टेज के 40 मैच खत्म हुए, इनमें महज 3 बार 200 से ज्यादा का स्कोर बन सका, लेकिन 12 बार टीमें 100 से छोटे स्कोर पर ऑलआउट हो गईं।
पाकिस्तान के शाहीन शाह अफरीदी ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के बराबर सिक्स लगाए। ग्रुप स्टेज के टॉप-10 बैटर और बॉलर में कोई भी भारतीय खिलाड़ी शामिल नहीं हैं। इसके बावजूद भारत ग्रुप स्टेज में अजेय रहा। महज 3 टीमें अपने सभी ग्रुप मैच जीत सकीं। जानते हैं ग्रुप स्टेज का ट्रेंड क्या रहा…
अमेरिका में लो-स्कोरिंग मुकाबले, 3 रहे बेनतीजा
ग्रुप स्टेज के 16 मुकाबले अमेरिका के 3 शहरों में खेले गए। इनमें 9 मैच चेज करने वाली और 3 मैच पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने जीते। एक मैच टाई रहा, जबकि 3 मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहे। एक भी बार 200 का स्कोर नहीं बना, लेकिन 12 बार टीमें 120 से कम रन ही बना सकीं। इनमें भी 2 बार स्कोर 100 से छोटा रहा। अमेरिका में लो-स्कोरिंग मुकाबले जरूर रहे, लेकिन ज्यादातर में कांटे की टक्कर देखने को मिली।
वेस्टइंडीज में 10 बार 100 से छोटा स्कोर बना
वेस्टइंडीज के 6 मैदानों पर 24 ग्रुप मैच खेले गए। 12 में पहले बैटिंग और 10 में पहले बॉलिंग करने वाली टीमें जीतीं। यहां भी एक मैच टाई रहा, लेकिन बारिश के कारण बेनतीजा भी एक ही मैच रहा।
3 बार टीमों ने 200 से ज्यादा का स्कोर बनाया तो वहीं 10 बार टीमें 100 से कम स्कोर पर ऑलआउट भी हो गईं। युगांडा की टीम तो किसी भी मैच में 100 रन का स्कोर नहीं छू सकी, उनका हाईएस्ट स्कोर 78 रन रहा, जो उन्होंने पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ बनाया।
टॉप-15 रन स्कोरर में कोई भारतीय नहीं
ग्रुप स्टेज में 16 प्लेयर्स ने 100 से ज्यादा रन बनाए, लेकिन इनमें एक भी भारतीय नहीं रहा। ऋषभ पंत 96 रन के साथ टीम के टॉप रन स्कोरर रहे। जबकि पहले राउंड से बाहर हुई पाकिस्तान टीम के बाबर आजम ने 122 और मोहम्मद रिजवान ने 110 रन बनाए। अफगानिस्तान के रहमानुल्लाह गुरबाज 167 रन बनाकर टॉप पर रहे।
एक भी सेंचुरी नहीं लगी
ग्रुप स्टेज में 26 अर्धशतक लगे, लेकिन एक भी प्लेयर शतक नहीं लगा सका। भारत से सूर्यकुमार यादव 50 और रोहित शर्मा ही 52 रन बना सके। इनके अलावा 3 मैच में किसी भी भारतीय प्लेयर ने फिफ्टी नहीं लगाई। वेस्टइंडीज के निकोलस पूरन ने आखिरी ग्रुप मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ 98 रन बनाए, यह अब तक का हाईएस्ट स्कोर है।
शाहीन ने लगाए रोहित के बराबर छक्के
ग्रुप स्टेज में 16 प्लेयर्स ने 5 या उससे ज्यादा सिक्स लगाए, लेकिन इनमें भी किसी भारतीय प्लेयर का नाम नहीं है। भारत से कप्तान रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 4 छक्के लगाए, उनके बाद ऋषभ पंत 3 सिक्स लगा सके। पाकिस्तान के गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी ने भी रोहित के बराबर 4 छक्के लगा दिए। अमेरिका के ऐरन जॉन्स और वेस्टइंडीज के निकोलस पूरन 13-13 सिक्स लगाकर टॉप पर रहे।
टॉप-10 विकेट टेकर्स में भी कोई भारतीय नहीं
ग्रुप स्टेज में 8 खिलाड़ियों ने 8 या उससे ज्यादा विकेट लिए, इनमें भी कोई भारतीय शामिल नहीं रहा। हार्दिक पंड्या और अर्शदीप सिंह 7-7 विकेट लेकर भारत के टॉप बॉलर्स हैं, लेकिन खराब इकोनॉमी के कारण टॉप विकेट टेकर्स में हार्दिक की रैंक 12 और अर्शदीप की 14 है। अफगानिस्तान के फजलहक फारूकी ने सबसे ज्यादा 12 विकेट लिए।
2 गेंदबाजों ने लिए पारी में 5 विकेट
भारत से अर्शदीप सिंह ने अमेरिका के खिलाफ महज 7 रन देकर 4 विकेट झटके। यह टी-20 वर्ल्ड कप इतिहास में किसी भी भारतीय की एक पारी में बेस्ट बॉलिंग रही। टूर्नामेंट में 2 ही गेंदबाज पारी में 5 विकेट ले सके। अफगानिस्तान के फजलहक फारूकी और वेस्टइंडीज के अकील हुसैन ने यह कारनामा किया, दोनों ने युगांडा के खिलाफ ही 5-5 विकेट लिए।
आखिरी मैच में बनाया सबसे बड़ा स्कोर
ग्रुप स्टेज बहुत लो-स्कोरिंग रहा, 80 पारियों में महज 8 बार 180 से ज्यादा का स्कोर बना, इनमें भी 200 प्लस स्कोर 3 ही बार बन सका। तीसरा 200 प्लस स्कोर आखिरी ग्रुप मैच में वेस्टइंडीज ने अफगानिस्तान के खिलाफ बनाया, टीम ने 218 रन बनाए, यह अब तक का हाईएस्ट स्कोर है। उनके अलावा ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका की टीमें ही 200 प्लस स्कोर बना सकीं।
अमेरिका में लो-स्कोरिंग मुकाबले, लेकिन वेस्टइंडीज में बना सबसे छोटा स्कोर
अमेरिका के न्यूयॉर्क स्टेडियम की पिच गेंदबाजों को मदद देने और असमान उछाल के कारण आलोचना का शिकार हुई। वहां 113 और 119 रन के स्कोर तक डिफेंड हुए। वहीं अमेरिका में खेली गईं 26 पारियों में 4 ही बार टीमें 150 प्लस के स्कोर बना सकीं। बावजूद इसके यहां सबसे छोटा स्कोर 77 रन रहा, जो श्रीलंका ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले ही मैच बनाया।
दूसरी ओर, वेस्टइंडीज में 8 में से 6 बार 180 प्लस स्कोर बने, लेकिन टूर्नामेंट के 5 सबसे छोटे स्कोर भी वहीं बने। युगांडा की टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ 39 रन ही बना सकी, जो टी-20 वर्ल्ड कप में सबसे छोटे स्कोर के रिकॉर्ड की बराबरी रही। इससे पहले 2014 में नीदरलैंड की टीम भी श्रीलंका के खिलाफ 39 रन ही बना सकी थी। युगांडा ने इस बार टूर्नामेंट के टॉप-5 में से 3 सबसे छोटे स्कोर बनाए।
3 बार मिली 100+ रन की जीत
5 बार टीमों ने 80 से ज्यादा रन के अंतर से मैच जीते, इनमें वेस्टइंडीज ने 2 बार और अफगानिस्तान ने एक बार 100 से ज्यादा रन से जीत भी दर्ज की। वेस्टइंडीज ने युगांडा को 134 रन से हराया, जो ग्रुप स्टेज में रन के अंतर से सबसे बड़ी जीत रही। टीम ने अफगानिस्तान को भी 104 रन से हराया। भारत की सबसे बड़ी जीत पाकिस्तान के खिलाफ 6 रन से आई।
साउथ अफ्रीका को मिली सबसे छोटी जीत
ग्रुप-डी में साउथ अफ्रीका ने नेपाल के खिलाफ 115 रन डिफेंड किए और महज एक रन से मुकाबला जीता। यह ग्रुप स्टेज में रन के अंतर से सबसे छोटी जीत रही। साउथ अफ्रीका ने ही फिर बांग्लादेश को 4 रन से भी हराया। भारत की पाकिस्तान पर 6 रन से जीत, सबसे छोटी जीत में तीसरे नंबर पर रही।
3 टीमों ने अपने सभी ग्रुप मैच जीते
4 ग्रुप की 3 ही टीमें ग्रुप स्टेज में अपने सभी 4-4 मैच जीत सकीं। ग्रुप-बी से ऑस्ट्रेलिया, ग्रुप-सी से वेस्टइंडीज और ग्रुप-डी से साउथ अफ्रीका ने सभी मैच जीते। इनके अलावा ग्रुप-ए से भारत भी अजेय रहा। हालांकि, टीम 3 ही मैच जीत सकी, उनका एक मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहा।
अफगानिस्तान और बांग्लादेश ने भी 3-3 मैच जीते, लेकिन उन्हें 1-1 मैच गंवाना भी पड़ा। 3 प्लस मैच जीतने वाली सभी 6 टीमों ने सुपर-8 राउंड में जगह बनाई। जबकि अमेरिका और इंग्लैंड को 2-2 जीत के साथ ही अगले राउंड का टिकट मिल गया। अमेरिका ने एक बेनतीजा मैच और इंग्लैंड ने बेहतर रन रेट के कारण सुपर-8 स्टेज में एंट्री की।
ओमान-PNG ने गंवाए सभी मुकाबले
ग्रुप स्टेज में 7 टीमों ने 3 या उससे ज्यादा मैच गंवाए, किसी को भी सुपर-8 में एंट्री नहीं मिली। इनमें भी ग्रुप-बी से ओमान और ग्रुप-सी से पापुआ न्यू गिनी ने अपने चारों ग्रुप मैच गंवा दिए। आयरलैंड और नेपाल को भी कोई जीत नहीं मिली, लेकिन इनका एक-एक मैच बेनतीजा रहा, जिस कारण इन्हें एक-एक पॉइंट मिल गया।
युगांडा, नामीबिया और नीदरलैंड ने भी 3-3 मैच गंवाए, लेकिन इन्हें 1-1 जीत भी मिली। वहीं पाकिस्तान, स्कॉटलैंड और न्यूजीलैंड की टीमें 2-2 मैच जीतकर भी ग्रुप स्टेज पार नहीं कर सकीं।
तेज गेंदबाजों को मिले 64% विकेट
40 ग्रुप मैच में 20 टीमों ने कुल 634 चौके और 328 छक्के लगाए। यानी एक मैच में औसतन 8 छक्के और 16 चौके लगे। 4 बेनतीजा मैचों को हटा दें तो एक मैच में औसतन 9 सिक्स और 18 चौके लगे। कुल 488 विकेट भी गिरे, जिनमें तेज गेंदबाजों को 64% और स्पिनर्स को 29% विकेट मिले। 7% विकेट रनआउट या अन्य प्रकार से गिरे।
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