इजरायल जब चाहे मसल दे, फिर क्यों फुदक रहा हिजबुल्लाह? किस ताकत ने नेतन्याहू को रोका, वरना मच जाती तबाही

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Hezbollah attack on Israel: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में एक बार फिर हिजबुल्लाह ने अपनी टांग अड़ाई है. इजरायल टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल हमले में एक इजरायली नागरिक की मौत हो गई और पांच सैनिक घायल हो गए. इजरायल की सेना (IDF) के एक बयान में कहा गया है कि मंगलवार को लेबनान से उत्तरी इजरायल के एडमिट क्षेत्र की ओर कई एंटी-टैंक मिसाइलें लॉन्च की गईं. बयान में कहा गया है कि हिजबुल्ला की तरफ से किए गए इस हमले में 5 IDF सैनिक मामूली रूप से घायल हो गए.

7 अक्टूबर 2023 
7 अक्टूबर 2023 से लेबनान-इजरायल सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है. गाजा में इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद से ही इजराइल-लेबनान सीमा पर जंग तेज हो गई है. लेबनान हमास की तरफ से जंग लड़ रहा है, लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने तो माने सिर पर कफन बांध लिया है, कुछ भी हो जाए, हमें तो इजरायल पर हमला करना ही है चाहे उसकी कीमत जान से चुकानी पड़े. 

हिजबुल्लाह की एक ही जिद
हमास-इजरायल में जबसे जंग हो रही है, इजरायल को ईरान, लेबनान, सीरिया, हूती, और हिजबुल्लाह से लड़ना पड़ रहा है. इजरायल के सीमा के पास के सभी देश हमास के समर्थन में इजरायल से लड़ रहे हैं. जिसमें लेबनान के हिजबुल्लाह तो किसी की मान ही नहीं रहे. इन सभी हमलावरों की कमान एक देश के हाथ में जरूर है, उसका नाम है- ईरान.

2006 से हिजबुल्लाह की इजरायल से जंग
हिजबुल्लाह की दुश्मनी इजरायल से बहुत पुरानी है. 2006 में युद्ध लड़ने के बाद से ‌हिजबुल्लाह अपना सबसे बड़ा दुश्मन इजरायल को मानता है. दुश्मनी ऐसी की कोई भी इजरायल से जंग लड़ता है, हिजबुल्लाह भी साथ देने लगता है. तभी तो हमास की लड़ाई में, ईरान की लड़ाई में सबके बीच तो हिजबुल्‍लाह इजरायल से लड़ रहा है.

7 महीने से अधिक दिन हो गए जंग को
हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच करीब उसी समय से जंग चल रही है, जबसे गाजा में जंग चल रही है. इससे इस तरह के हमले से दोनों देशों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.  ईरान द्वारा इज़राइल पर सैकड़ों ड्रोन, क्रूज़ मिसाइलों और बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ हमले के बाद से तनाव और तेजी से बढ़ गया है. हिजबुल्लाह ने तो मानो प्रण कर लिया है कि ईरान से बैर नहीं, इजरायल तेरी खैर नहीं. जबकि इजरायल से जंग में हिजबुल्लाह को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है. 

कौन है हिजबुल्लाह?
हिजबुल्लाह लेबनान का कट्टर शिया आतंकवादी समूह है. 1982 में इजरायल ने जब दक्षिणी लेबनान पर आक्रमण किया था तब हिजबुल्लाह संगठन अस्तित्व में आया था. हालांकि, आधिकारिक रूप से हिजबुल्लाह की स्थापना 1985 में हुई थी. तब से लेकर अब तक हिजबुल्लाह के लड़ाके इजरायल पर हमले करते रहते हैं. इजरायल ने भी हिजबुल्लाह के खिलाफ कई ऑपरेशन चलाए हैं. घोषणापत्रों के मुताबिक हिजबुल्लाह का मकसद सशस्त्र संघर्ष के जरिये इजरायल को खत्म करना और अमेरिकी आधिपत्य और क्रूर पूंजीवादी ताकतों के खिलाफ लड़ना है. इजरायली सेना के अनुसार, हिजबुल्लाह के पास 45,000 लड़ाके हैं, जिसमें से 20,000 सक्रिय रहते हैं और 25,000 रिजर्व में हैं.

हिजबुल्लाह की ताकत
इजरायली डिफेंस फोर्सेज का कहना है कि हर साल हिजबुल्लाह को करीब 70 करोड़ डॉलर से ज्यादा का फंड मिलता है. इसका एक बड़ा हिस्सा ईरान से आता है. इसके साथ ईरान हिजबुल्लाह को हथियार, सैन्य ट्रेनिंग और खुफिया जानकारी के जरिए भी मदद करता है. इजरायल का दावा है कि हिजबुल्लाह के शस्त्रागार में 120000 से 130000 मिसाइलें हैं. इनमें कुछ लंबी दूरी की मिसाइलें भी शामिल हैं, जो पूरे इजरायल तक मार करने में सक्षम हैं. हिजबुल्लाह के पास एंटी टैंक मिसाइलें, दर्जनों ड्रोन, एंटी शिप मिसाइल, एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल और एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी मौजूद हैं. 

इजरायल की ताकत
ग्लोबल फायर पावर इंंडेक्स की मानें तो इजरायल की आर्मी दुनिया की 20 सबसे ताकतवर आर्मी में से एक है. इसके अलावा इजराइली आर्मी में 1,69,500 एक्टिव सैनिक हैं, वहीं 4,65,000 सैनिक रिजर्व यूनिट में हैं. इजरायल के कुल सैनिकों की बात करें तो देश के पास 634,500 सैनिक हैं.

इजरायल के पास हैं ये हथियार
वहींं इजरायल के पास खतरनाक हथियारों की भी कमी नहीं है. देश के पास सबसे घातक हथियार एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम है. ये धरती पर पहुंचने से पहले ही हथियारों को मार गिराता है.  इसके अलावा रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल के पास एक दर्जन परमाणु हथियार, 241 लड़ाकू जेट, 48 लड़ाकू हेलीकॉप्टर, और 2,200 टैंक हैं. वहीं इजरायल के पास 1200 तोपखाने और क्म से कम 7 युद्धपोत और कम से कम 6 पनडुब्बियां हैं. इस सब के अलावा इजरायल के पास दुनिया की दूसरी सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी मोसाद भी है, जो दुनियाभर में अपने नेटवर्क के लिए जानी जाती है.

हिजबुल्‍लाह को जब चाहे इजरायल कर दे खत्म
इजरायल का इस समय सिर्फ एक ही बात पर ध्यान है कि कैसे बंधकों को रिहा कराया जाए. दूसरा हमास का कैसे सफाया किया जाए. इन दोनों वादों को पूरा करने के बाद इजरायल के पीएम नेतन्याहू अपने अगले मिशन पर बढ़ सकते हैं, जिसमें हूती, हिजबुल्‍लाह, लेबनान, ईरान, के लोग भी शामिल है. अभी इजरायल का सारा फोकस हमास है, और बाकी जो भी लोग जंग लड़ रहे हैं, उनसे बचने की कोशिश में नेतन्याहू का प्लान है. वरना इजरायल की सैन्य ताकत के सामने ये लोग कही नहीं टिकते. 

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