हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस को पीटा: मर्डर की धमकी, रंगदारी, लूट का आरोपी; महिलाओं ने घेरकर टीम से छुड़ाया – Alwar Headlines Today News

अलवर शहर के मन्नाका में हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ने गई पुलिस को महिला-पुरुषों ने घेरकर बदमाश को छुड़ा लिया। पुलिस कार का शीशा तोड़ दिया। पुलिस ने कई महिला – पुरुषों को डिटेन किया है। यह घटना देर शाम साढ़े 7 बजे की है। पुलिस रात भर बदमाश का पीछा करती रही

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पुलिस ने बताया कि व्यापारी को हत्या की धमकी देकर रंगदारी मांगने और कई जगहों पर लूट की वारदात कर चुके हिस्ट्रीशीटर को अलवर की एनईबी थाना पुलिस पकड़ने गई थी। गांव में आरोपी फिरोज खान को पकड़ भी लिया था। लेकिन महिलाओं ने आकर पुलिस को घेर लिया। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया। उनकी कार पर पत्थर मारे। जिससे कांच टूट गया। एक दो पुलिसकर्मियों से हाथापाई कर दी। बाद में बड़ा पुलिस जाब्ता पहुंचा। इस बीच फिरोज खान एक डंपर में बैठकर फरार हो गया। जो आगे जाकर दूसरी बाइक पर बैठकर निकल गया। अब पुलिस रात भर से बदमाश का पीछा करने में लगी है।

पुलिसकर्मियों को पीटा गया। जिसमें कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार को रात को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। हालांकि बाद में छुट्टी दे दी। कांस्टेबल युवराज व साहिल को हल्की चोटें आईं हैं। हमले के दौरान एनईबी थानाधिकारी दिनेश मीणा व ड्राइवर पप्पू शर्मा ने खुद का मुश्किल से बचाव कर सके। कई पुलिसकर्मी इधर उधर निकल कर बच सके। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) डॉ. तेजपाल सिंह, सिटी सीओ नारायण सिंह सहित एनईबी, वैशाली नगर, कोतवाली, शिवाजी पार्क, अरावली विहार व बगड़ तिराहा थानों से जाब्ता मौके पर पहुंचा। मामले में 6 लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए पकड़ा है। जबकि फरार हिस्ट्रीशीटर फिरोज खान का सुराग नहीं लगा।

एक माह पहले ही जमानत पर जेल से छूटा था फिरोज पुत्र खुर्शीद एनईबी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। मारपीट, लूट, हत्या के प्रयास के करीब 12 मामले उस पर दर्ज हैं। फिरोज ने गैंग के साथ मध्यप्रदेश में एक साथ 6 पेट्रोल पंप लूटे थे। मगर एक माह पहले ही जमानत पर छूटकर आ गया था। वही फिरोज अलवर में भाईचारा सम्मेलन कर राजनीति करने में लगा था। दूसरी तरफ अपराधियों के साथ वारदातें करता था।

घटना के बाद पुलिस अधिकारी चर्चा करते हुए।

घटना के बाद पुलिस अधिकारी चर्चा करते हुए।

प्रॉपर्टी कारोबारी से मांगी थी रंगदारी

22 मई को उसने प्रोपर्टी कारोबारी चक्षु पुत्र प्रदीप कुमार गर्ग निवासी रामनगर को रंगदारी के लिए धमकाया था।गर्ग ने इसकी रिपोर्ट एनईबी थाने में दर्ज कराई थी। हिस्ट्रीशीटर फिरोज 23 जून को मन्नाका में मस्जिद के पास अपने घर पर ईद मिलन व भाईचारा सम्मेलन मनाने वाला था। इसके पंपलेट छपवाकर बांटे और खुद को मुस्लिम महासभा का प्रदेश मंत्री बताते हुए जलसे की अनुमति के लिए एडीएम सिटी को प्रार्थना पत्र देकर आया। यह पत्र वेरीफिकेशन के लिए एनईबी थाना पहुंचा तब पुलिस दबिश देने उसके घर पहुंची। जहां फिरोज 15-20 साथियों के साथ कुर्सियां लगाकर बैठा था। पुलिस को देख भागने लगा तो पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। जिसे देख मौजूद लोगों और घर की महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया।

अलवर पुलिस की जीप का पीछे टूटा पड़ा शीशा।

अलवर पुलिस की जीप का पीछे टूटा पड़ा शीशा।

गांव के लोगों ने फिरोज को पुलिस से छुड़ाकर भगा दिया। एनईबी थानाधिकारी दिनेश मीणा ने बताया कि फिरोज खान, उसके परिजनों व अन्य के खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमले, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और राजकार्य में बाधा का केस दर्ज किया है। पथराव में क्षतिग्रस्त पुलिस की ​कार व ट्रक में भागता हिस्ट्रीशीटर फिरोज।

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