हिडोंली क्षेत्र में हुई लूट का पर्दाफाश: 3 दोस्तों ने मिलकर रची 5 लाख 35 हजार रुपए लूटने की झूठी कहानी – Bundi Headlines Today News

बूंदी के हिडोंली क्षेत्र में दस दिन पहले हुई कथित लूट की वारदात का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा कर दिया।
बूंदी के हिडोंली क्षेत्र में दस दिन पहले हुई कथित लूट की वारदात का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा कर दिया। लूट की वारदात पीड़ित ने कर्जा चुकाने के लिए अपने दो साथियों के साथ मिलकर रची। लूट की वारदात में आरोपी अन्य लोगों को फंसाना चाहता था। पुलिस ने इस माम
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एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया- हिडोंली थाना इलाके मे 10 जून को लूट की वारदात की जानकारी मिली थी। पीड़ित हरिसिंह मीना पुत्र भोलाशंकर ग्राम फालेण्डा ने गुढा गोकुलपुरा एनीकट के पास अज्ञात व्यक्तिओं द्वारा आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर लूट की घटना होना बताया। इस पर हिडोंली एसएचओ पवन मीणा ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया और पीड़ित हरि सिंह को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। मौके पर सड़क से नीचे मिर्ची बिखरी हुई मिली और पेट्रोल की खाली बोतल मिली। इसको लेकर लूट की वारदात को लेकर संशय होने लगा।
फरियादी की कहानी पुलिस के गले नहीं उतरी
प्राथमिक उपचार के दौरान हरिसिंह मीना ने बताया- मेरी बैंक ऑफ बड़ौदा की बीसी है। जिस पर मैं रुपए देने का कार्य करता हूं। 10 जून को दोपहर 2.35 पर बाइक लेकर हिण्डोली बीओबी से पैसे निकलाने गया। बैंक से 5 लाख 35 हजार रुपए निकालकर बैग में रख रवाना हुआ था। रास्ते में गाड़ी खराब हो गई थी। जिसको स्टार्ट करके चैनपुरिया टरडकीया गांव से निकला फिर ब्राह्मणों की झोपडिया से गोकुलपुर होते हुए नदी पार की तो बीच रास्ते में पीछे से गाड़ी में से मेरे उपर मिर्ची फेक दी व पेट्रोल डाला और धक्का देकर खाई में गिरा दिया। मेरे बैग में रखे पैसे ले गए। लैपटॉप व जरूरी कागज छोड़कर चले गए। मेरे जोर-जोर से चिल्लाने पर आस-पास के लोगों मुझे खाई में से निकालकर मेरी आंखों पर पानी डाला व घी लगाया। इस कहानी पर पुलिस को संशय हुआ तो पूरे घटनाक्रम की बारीकी से छानबीन की तो लूट की वारदात को लेकर संदेह होने लगा।
कर्जे की बात सामने आई तो पुलिस हुई चौकन्नी
लूट की वारदात की जांच के दौरान फरियादी पर कर्जे की बात सामने आई तो पुलिस ने जांच का दायरा बढाते हुए फरियादी की डिटेल खंगालना शुरू किया। हिडोंली डीएसपी के नेतृत्व में हिडोंली एसएचओ पवन कुमार और डीएसटी प्रभारी मुकेश कुमार ने घटनास्थल का दुबारा निरीक्षण किया और वारदात के समय के दौरान आने जाने वाले ओर अन्य लोगों से पूछताछ की तो धीरे धीरे सच सामने आने लगा। बाद मे फरियादी हरि सिंह ओर उसके साथी ई-मित्र संचालक देवराज मीना और ग्राम विकास अधिकारी नितिन शर्मा से कठोरता पूछताछ की तो लूट की वारदात का सच सामने आ गया।
किसी ओर को फंसाना चाहते थे आरोपी
हरिसिंह मीना बीसी का कार्य करता है। ई-मित्र संचालक देवराज व ग्राम विकास अधिकारी नितिन शर्मा तीनों आपस में मित्र हैं। आरोपी पर फोर व्हीलर की किश्त बकाया होने व अन्य लोगों को कर्ज का भुगतान किया जाना था। इससे जयपुर से एक लड़की का भगाकर ले जाने पर नितिन, देवराज एवं फरियादी हरिसिंह के विरूद्व शिप्रापथ थाना मानसरोवर, जयपुर में अपहरण व बलात्कार का प्रकरण दर्ज है। इस प्रकरण की पीड़िता के साथ परिजन का 10 जून को हिण्डोली आने का प्रोग्राम था। इस पर तीनों साथियों ने मिलकर पीड़िता के परिजनों को फंसाने के लिए साजिश रची। किन्तु किसी कारणवश वे लोग नहीं आ सके।
एक दिन पहले मिर्च पाउडर और पेट्रोल खरीदा
फरियादी हरिसिंह द्वारा बैंक से रकम निकाल कर अपने साथी ई मित्र संचलाक देवराज मीना को रास्ते में दे दी। फरियादी द्वारा एक दिन पूर्व मिर्ची पावडर व पेट्रोल पम्प से बोतल में पेट्रोल खरीदा और अपने बैग में रखकर सुनसान जगह पहुंच कर लूट की घटना होना बताया। फरियादी ने तीसरे दिन अपने साथी से कथित लूट की रकम घर जाकर प्राप्त करली, जिसमें से 1.5 लाख रुपए लोगों के बकाया चुका दिए और 3,85000 रुपए अपने साथी नितिन शर्मा ग्राम विकास अधिकारी को दे दिए। नितिन शर्मा ग्राम विकास अधिकारी से उक्त रकम जब्त की है। पुलिस इस फर्जी लूट की वारदात में अन्य लोगों के शामिल होने की जांच मे जूटी है।