सोलर पनघट: न बिजली की आवश्यकता न ही कर्मचारी की …गर्मी में बुझा रहे प्यास – Bhilwara Headlines Today News

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शहर की 10 अलग-अलग कॉलोनियों व बस्तियों में जलदाय विभाग की ओर से लगाए गए सोलर पनघट करीब 46 डिग्री तापमान के बीच भी बिना रुकावट आमजन की प्यास बुझा रहे हैं।

सौर ऊर्जा से चलने वाले इन पनघट को चलाने के लिए न बिजली की जरूरत है और न ही कर्मचारियों की। सेंसर लगा होने से पनघट पर लगे पंप अपने आप चलते हैं और टंकी भरते ही बंद हो जाते हैं। इससे पानी की बर्बादी भी नहीं हो रही है। करीब 2 साल पहले जलदाय विभाग ने तत्कालीन विधायक को जरूरत बताते हुए सूची दी।

इस पर शहर की अलग-अलग बस्तियों में सोलर पनघट लगाए गए। इससे पहले जलदाय विभाग ने संकटग्रस्त क्षेत्रों का सर्वे किया। शहर में नेहरू विहार के साथ ही मंगलपुरा, कालबेलिया बस्ती, हरिजन कुचबंदा बस्ती, चामुंडा माता के पीछे पंचवटी, बंजारा भील बस्ती, शिवम ग्रीन कॉलोनी, जवाहरनगर में ईदगाह के सामने, बापूनगर कन्या पाठशाला के पास व पटेलनगर विस्तार में ऐसे पनघट लगे हैं।

खासियत: रिचार्ज पिट लगा होने से पानी का नहीं होता है अपव्यय : सौर उर्जा से चलने वाले इन पनघट में बिजली और मैन पावर की आवश्यकता नहीं होने के साथ ही सेंसर लगा होने से टंकी खाली होते ही पंप अपने आप चलने से फिर भर रही है। क्षेत्रवासी टंकी पर लगी टोंटी से पानी भरते हैं। पनघट के पास रिचार्ज पिट लगी होने से बहने वाला पानी जमीन में जा रहा है।

इससे आसपास के क्षेत्र में कीचड़ नहीं हो रहा है। बोरवेल के पास करीब 12 फीट ऊंची टंकी रखी है। उस पर करीब 22 फीट ऊंचा सोलर पैनल लगा रखा है, जिससे किसी तरह का खतरा नहीं है। टंकी से पाइप उतार कर टोंटी लगाई गई है, ताकि पानी भरने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो। इन पनघट का 7 साल तक रखरखाव लगाने वाली एजेंसी ही करेगी, ताकि किसी तरह की खराबी होगी, तो जल्द सुधार दी जाएगी।

^सोलर पनघट आमजन के लिए गर्मी में लाभदायक सिद्ध हो रहे हैं। बिजली बंद होने पर भी ये पनघट लोगों की पानी की जरूरत पूरी कर रहे हैं। साथ ही सेंसर लगा होने से टंकी भरते ही पंप बंद होने से पानी का अपव्यय भी नहीं हो रहा है। रखरखाव का जिम्मा क्षेत्रवासियों का होने से मैनपावर की भी आवश्यकता नहीं है। – निरंजनसिंह आढ़ा, एक्सईएन जलदाय विभाग नगर खंड भीलवाड़ा

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