सेलीनाल बांध की नहर का निर्माण कार्य अधूरा ओवरफ्लो मरम्मत भी अब तक शुरू नहीं हुई – Pali (Marwar) Headlines Today News

भास्कर न्यूज | देसूरी सिंचाई व पेयजल के मुख्य स्त्रोत सेलीनाल बांध की नहर निर्माण व ओवरफ्लो मरम्मत कार्य को लेकर 19 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी। जिसके तहत ठेकेदार ने नहर कार्य शुरू कर मात्र 25 मीटर नहर का निर्माण कार्य को बंद कर दिया। जबकि ठेकेदार ने

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जिसको लेकर बांध के कमांड क्षेत्र के किसानों में रोष है। ज्ञातव्य है कि अरावली तलहटी में स्थित सेलीनाल बांध सिंचाई के साथ पेयजल का भी मुख्य स्त्रोत है। ऐसे में बरसात के मौसम में इस बांध में पानी की आवक अच्छी होने के कारण किसानों को रबी फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल जाता है। उसके बावजूद 8 से 9 फीट पानी पेयजल के लिए आरक्षित रखा जाता है। सेलीनाल बांध के घाणेराव क्षेत्र के कमांड में कच्ची नहर होने के कारण सिंचाई के दौरान पानी का दुरुपयोग ज्यादा होता है। जिसके कारण किसानों को सिंचाई के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है। देसूरी. सेलीनाल बांध का ओवरफ्लो। बांध के ओवरफ्लो के नीचे स्थित हौदियों का मरम्मत कार्य तक नहीं किया गया।

जिसके कारण आज भी हौदियां रखरखाव के अभाव में जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रखी है। वहीं, सेलीनाल बांध की जल वितरण कमेटी की ओर से कई बार विभाग के उच्च अधिकारियों ने स्वीकृत कार्य करवाने की मांग करने के बावजूद अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण पिछले एक वर्ष से निर्माण अधूरा ही पड़ा हुआ है। जिसके कारण किसानों में अधिकारियों के खिलाफ भारी रोष है। ओवरफ्लो के नीचे स्थित हौदियों का होना था मरम्मत कार्य सेनीलाल बांध के ओवरफ्लो के निर्माण के दौरान नीचे बड़ी और हौदियों का भी पक्का निर्माण किया गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य बांध ओवरफ्लो होने से गिरने वाले पानी से बड़े-बड़े खड्डे नहीं हो सके। जिससे बांध भी सुरक्षित रह सके।

मगर पिछले कई वर्षों से इनका रखरखाव नहीं होने कारण यह हौदियां जगह-जगह से क्षतिग्रस्त गई है। जिसकी मरम्मत को लेकर राशि भी स्वीकृत हुई थी,मगर ठेकेदार ने कोई मरम्मत कार्य नहीं किया। ^नहर का निर्माण व ओवरफ्लो का नहीं हुआ मरम्मत कार्य सेलीनाल बांध की नहर का पक्का निर्माण व ओवरफ्लो के नीचे स्थित हौदियों के मरम्मत कार्य को लेकर 19 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी। मगर अधिकारियों की उदासीनता के चलते न तो नहर का निर्माण हुआ व न ही हौदियों का मरम्मत कार्य। जिसको लेकर विभाग के अधिकारियों से कई बार मांग कर चुके हैं। – बाबूलाल माली, अध्यक्ष, जल वितरण कमेटी सेलीनाल बांध नहर का निर्माण 359 मीटर के बजाय 25 मीटर ही किया सेलीनाल बांध के घाणेराव कमांड क्षेत्र में कच्ची नहर होने के कारण किसानों को सिंचाई के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता था।

ऐसे में जल संसाधन विभाग की ओर से नहर के पक्के निर्माण को लेकर स्वीकृति जारी की,जिसके तहत ठेकेदार को 350 मीटर नहर का निर्माण करना था। मगर ठेकेदार ने मात्र 25 मीटर नहर का निर्माण कार्य को बंद कर दिया,जो पिछले एक वर्ष से अधिक समय बंद ही पड़ा हुआ है।

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