विश्व सिकल सेल एनीमिया दिवस: प्रदेश में पहली बार उदयपुर में होगी सिकल सेल रोग कार्यशाला, 8 जिलों से जुटेंगे 450 डॉक्टर, देश-विदेश के विशेषज्ञ देंगे प्रशिक्षण – Udaipur Headlines Today News

विश्व सिकल सेल एनीमिया दिवस पर बुधवार को उदयपुर में पहली बार इस रोग की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला होगी। इस कार्यक्रमों उदयपुर में रखने की खास वजह यह है कि प्रदेश में एकमात्र सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर सिकल सेल डिजीज यहीं के आरएनटी मेडिकल कॉलेज के पास है।

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एमबी हॉस्पिट के सभागार में होने वाली इस कार्यशाल में 8 जिलों के करीब 450 से ज्यादा डॉक्टर शामिल लेंगे। देश-विदेश के कई विशेषज्ञ डॉक्टर इन्हें इस रोग से संबंधित प्रशक्षिण देंगे। कनाडा की ग्लोबल एलायंस ऑफ सिकल सेल की सीईओ बीबा टिंगा भी ऑनलाइन जुड़ेंगी। इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान ही सिकल सेल पॉजीटिव रोगियों को उनका रोगी कार्ड भी वितरित किए जाएगा।

डॉ. पोसवाल सिकल सेल से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय संस्था के एडवाइजर बने, उदयपुर को मिलेगी मदद

आरएनटी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ एवं उदयपुर एक्सीलेंस सेंटर के नोडल ऑफिसर डॉ. लाखन पोसवाल

आरएनटी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ एवं उदयपुर एक्सीलेंस सेंटर के नोडल ऑफिसर डॉ. लाखन पोसवाल

विश्व में 10 लाख डॉक्टरों के समूह वाली इंटरनेशनल पीडियाट्रिक एसोसिएशन (सिकल सेल डिजिज) ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ एवं उदयपुर एक्सीलेंस सेंटर के नोडल ऑफिसर डॉ. लाखन पोसवाल को एडवाइजर नियुक्त किया है। इसका फायदा ये होगा कि एडवाइजरी के अलावा डॉ. पोसवाल उदयपुर के सेंटर के लिए संस्था से अच्छा बजट भी लाने का प्रयास करेंगे।

भारत सरकार की ओर देश के 17 राज्यों में 40 साल उम्र तक के 7 करोड़ लोगों में सिकल सेल रोग की स्क्रीनिंग का लक्ष्य लिया गया है। इसमें प्रदेश के पाली, सिरोही, उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ जैसे 8 जिलों के 38 लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच का लक्ष्य है। चिकित्सा विभाग की ओर से एक जनवरी के बाद से तकरीबन 15 लाख लोगों की स्क्रीनिंग का लक्ष्य पूरा भी किया जा चुका है।

आरएनटी में सिकल सेल सेंटर की स्थापना 10 मार्च 2023 को हुई थी। इसके बाद से यहां 1150 रोगी रजिस्टर्ड होकर नियमित तौर पर बीमारी की जांच कराने आते हैं। जनाना अस्पताल में जन्म लेने वाले 17 हजार नवजातों की यहां स्क्रीनिंग की जा चुकी है। सेंटर में ओपीडी, वीओसी, ट्रांसफ्यूजन वार्ड, टीकाकरण और काउंसलिंग जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। केंद्र की ओर से आउटरीच एक्टिविटीज के तौर पर बांसवाड़ा, झाड़ोल, कोटड़ा में जागरूकता जैसे कार्य किए जा चुके हैं।

सिकल सेल को थामने के लिए एनएचएम का आयोजन

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक जितेंद्र सोनी की ओर से सभी 8 जिलों के सीएमएचओ को कार्यशाला के लिए निर्देश दिए गए थे। इसके तहत सभी सीएचसी और पीएचसी पर एक डॉक्टर को छोड़कर बाकी के सभी डॉक्टरों को कार्यशाला में शामिल होने को कहा गया। कार्यशाला में डॉ. पोसवाल, डॉ. दीप्ति जैन, डॉ. ग्रीराज चांडाक, डॉ. गौतम डोंगरे, डॉ. शुची गोयल, डॉ. आसिफ मोहम्मद स्पीकर होंगे।

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