फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का मामला: अफसरों की फर्जी सील से जाली प्रमाण-पत्र और जमानत के दस्तावेज तक तैयार कर देता था आरोपी, 78 सील जब्त – Chittorgarh Headlines Today News
किसी का हैसियत प्रमाण प्रमाण बनाना हाे, नकलाें के लिए पटवारी की तस्दीक चाहिए या जज से जुड़ा भी काेई प्रमाणपत्र चाहिए ताे इसके लिए किसी काे कही जाने की जरूरत नहीं थी। इन सबकी सीलें और प्रमाण पत्र एलएलबी सतीश जैन खुद ही तैयार कर देता था। पिछले चार साल
.
धाेखाधड़ी के मामले में बेगूं जेल में बंद पंचकुला निवासी सुरेश बंसल की जमानत के लिए 50 हजार रुपए की हैसियत का गिर्वा तहसीलदार का खुद के नाम से तथा 50 हजार रुपए की हैसियत का भीम तहसीलदार का उसके भाई ललित जैन के नाम से फर्जी प्रमाण पत्र बना दिया। लेकिन उसे यह ध्यान नहीं रहा कि अब प्रमाण पत्र ई साइन से जारी हाेने लगे है। बेगूं एसीजेएम कोर्ट में जज पीयूष जैलिया ने इसे पकड़ लिया।
दाेनाें सील-साइन भी एक जैसे थे। जज ने तुरंत गिर्वा तहसीलदार सुरेश मेहता काे फाेन लगाकर हकीकत भी पता कर ली। जिस बंसल की जमानत के लिए आए उसे यह जानते तक नहीं थे। गिरफ्तार उदयपुर, भोपालगढ़ निवासी सतीश जैन से पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह चार साल से जज, चुनाव आब्जर्वर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार की फर्जी सील लगाकर फर्जी जमानतें दिला रहा था। उसकी कार से 78 फर्जी सीलें और खाली कागजात बरामद किए गए। सतीश अपने छाेटे भाई ललित काे भी धोखे से जमानत दिलाने लाया था, उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
लाेकसभा चुनाव में आब्जर्वर की फर्जी सील से पास बनाए
जांच अधिकारी एएसआई रमेश वैष्णव ने बताया कि सतीश जैन ने लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों को फर्जी पास जारी करने के लिए चुनाव आब्जर्वर की सील बनाई। उप पंजीयक अधिकारी नाथद्वारा, तहसीलदार गिर्वा, उप तहसीलदार गिर्वा, एसडीएम उदयपुर, एसीजेएम कोर्ट उदयपुर, तहसीलदार कुंभलगढ़, कार्यपालक मजिस्ट्रेट कुराबड़, सिटी मजिस्ट्रेट गोगुंदा, एडीएम उदयपुर, तहसीलदार राजसमंद, उपजिला कलेक्टर गिर्वा के पदनाम की यह गोल 18 सीलें बरामद की। जबकि पटवारी, उप तहसीलदार, कोर्ट के रीडर आदि अधिकारियों की करीब 60 लंबी फर्जी सीलें उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ जिलों की बरामद की गई।
काेराेना के बाद शुरू किया धंधा
पूछताछ में सतीश ने बताया कि उसने पिछले 4 साल में गुजरात के उमर, बलसाड़ और मध्यप्रदेश में भी कोर्ट में फर्जी सील से कागजात तैयार कर आरोपियों की जमानतें दी। राजस्थान में भी कई जिलाें में ऐसी फर्जी जमानतें दिलवाई। फर्जी सीलों के कारोबार में लिप्त सतीश जैन ने एलएलबी कर रखी है। कोरोना के वक्त 2021 से वह फर्जी सील बनाकर किराए के जमानतदार गिरोह के संपर्क में आया। उसने उदयपुर और चित्तौड़गढ़ में सीलें बनवाई। जिस पर पुलिस जांच कर रही है।