पत्नी की हत्या कर पति ने शव पेड़ पर लटकाया: पत्नी के मोबाइल में अनजान नंबरों से कॉल देखने के बाद हुआ था झगड़ा, पुलिस ने किया खुलासा – Udaipur Headlines Today News

उदयपुर की फलासिया पुलिस ने पत्नी की हत्या के मामले में पति को गिरफ्तार किया

पति ने पत्नी का मोबाइल हाथ में लिया और उसमें अनजान नंबर से कई मिस कॉल छूटे देखकर पत्नी से सवाल किया तो पत्नी घर से चली गई और दो दिन बाद पत्नी का शव मिला। छह दिन पुराने मामले में पुलिस ने जांच पूरी की तो पति ही हत्यारा निकला।

.

मामला उदयपुर जिले के फलासिया थाना क्षेत्र का है। उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने बताया कि पत्नी के गायब होने की सूचना देने वाला पति ने कबूल किया कि ​पत्नी की हत्या उसने ही की है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजना सुखवाल ने बताया कि फलासिया के गोदावाड़ा निवासी धनराज ननोमा ने रिपोर्ट फलासिया थाने में रिपोर्ट दी कि 24 मई को पत्नी मांगीबाई (28) के बीच आपसी मनमुटाव होने से वह रात में बिना बताए कहीं चली गई। आसपास तलाश भी की लेकिन कुछ पता नहीं चला।

इस बीच 26 मई को किसी ने सूचना दी कि जंगल में पेड़ पर किसी महिला की लाश लटकी है। वहां जाकर देखा तो वह लाश मांगीबाई की ही थी। पति ने पुलिस को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति पत्नी की हत्या कर लाश को पेड़ पर लटका दिया।

मामले की जांच के लिए खेरवाड़ा डिप्टी महावीर सिंह शेखावत के सुपरवीजन मे फलासिया थानाधिकारी सीताराम के नेतृत्व में टीम का गठन कर जांच शुरू की।

पुलिस को पति पर ही शक हुआ
इस मामले में पुलिस ने मृतका के पति धनराज की गतिविधियां संदिग्ध होने पर मनौवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो उसने बताया की शादी 2013 मे हुई थी। 24 मई को मैं पत्नी का फोन देख रहा था तो उसके फोन मे कुछ नम्बर से बहुत ज्यादा मिस पड़े थे। उन नम्बरों के बारे मे पत्नी से पूछा तो वो मेरे हाथ से फोन छीनने लगी पर मैने उसको फोन नहीं दिया।

पति ने कबूला जंगल में हत्या कर दी थानाधिकारी ने बताया कि उसके बाद 12 बजे देखा तो पत्नी घर पर नहीं थी। मैंने उसकी तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। अगले दिन जंगल मे तलाश करने गया तो पत्नी जंगल मे बैठी थी। वहां पर इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया और मैंने उसकी हत्या कर दी ओर शव हो पेड़ से लटका कर घर चला गया। पति ने कहा कि पत्नी के चरित्र पर शक था इसलिये गुस्से में उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने धनराज को गिरफ्तार कर लिया।

टीम में थानाधिकारी के साथ कालुलाल, विक्रम, निलेश, जगदीश, मुकेश कुमार, जसोदा और गजेन्द्रसिंह शामिल थे।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisment
Back to top button