​​​​​​​नागौर में ASP बोले-अपराध रोकने में सक्रिय भूमिका निभाए महिलाएं: महिला थाने में ली सुरक्षा सखियों की बैठक – Nagaur Headlines Today News

नागौर के महिला थाने में सुरक्षा सखी से जुड़ी महिलाओं की मीटिंग हुई। मीटिंग में महिलाओं को सुरक्षा जागरूकता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेमीचंद खारिया ने महिला सुरक्षा को लेकर महत्त्वपूर्ण जानकारी दी। बैठक में महिला थाने के प

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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेमीचंद ने बैठक में महिलाओं को समाज में हो रहे अपराध रोकने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कहा। आरपीएस नेमीचंद ने कहा कि समाज वैचारिक रूप से तेजी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन आज भी महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में भी आनुपातिक रूप से विशेष कमी नहीं आई है। ऐसे में महिलाओं को खुद के लिए खड़ा होना होगा। सुरक्षा सखी जागरूकता कार्यक्रम से जोड़ने के पीछे प्रमुख रूप से यही मकसद है कि समाज में हो रहे महिला अपराधों की संख्या कम की जा सके।

एएसपी नेमीचंद ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है। महिलाओं को नए कानून के बारे में जानकारी दी जा रही है। सुरक्षा सखी भी महिलाओं के लिए बहुत बड़ी योजना है। क्योंकि आज महिलाएं अपने खिलाफ होने वाले तरह-तरह के अपराधों से पीड़ित हैं। उस पीड़ा को समझते हुए राजस्थान सरकार की ओर से सुरक्षा सखी योजना शुरू की गई है। इसके तहत कोई भी महिला सुरक्षा सखी के रूप में सदस्य बन सकती हैं। सदस्य बनने के बाद वह महिला समाज और पुलिस विभाग के बीच कड़ी के रूप में काम करती है। वह महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करेगी और अन्य महिलाओं को प्रोत्साहित करेगी। महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं तो वह अपनी आवाज को दबाए नहीं, बल्कि इसके खिलाफ आवाज उठाएं। तुरंत एफआईआर दर्ज करवाकर न्याय प्राप्त करें। पीड़िताओं को संबल देने के उद्देश्य से सुरक्षा सखी बड़ी महत्त्वपूर्ण योजना है।

एएसपी नेमीचंद ने कहा कि राज्य में महिलाओं व पुलिस के बीच संवाद स्थापित कर उन्हें सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए राजस्थान पुलिस की ओर से सुरक्षा सखी समूह का गठन किया गया है। महिलाओं व बच्चियों को उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में जानकारी देकर जागरूक व मजबूत बनाना की प्रमुख उद्देश्य है। इस योजना के अन्तर्गत सभी पुलिस थानों में सुरक्षा सखी विंग बनाई गई है। जो महिलाओं की समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करवाएगी। कोई भी महिला या बालिका सुरक्षा सखी विंग की स्वैच्छिक सदस्य बन सकेगी। सुरक्षा सखी विंग की हर माह थाना प्रभारी बैठक लेंगे।

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