तीन साल से फरार शातिर अपराधी को बाड़मेर-सांचौर से पकड़ा: नाम बदल-बदलकर पुलिस को दिया चकमा, महंगी कारों में घूमता था – Jodhpur Headlines Today News
जोधपुर रेंज आईजी टीम ने तीन साल से फरार अंतरराज्यीय अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने “ऑपरेशन वंशीधर” चलाया था। वह पुलिस को चकमा देने के लिए नाम बदल-बदलकर रह रहा था। पुलिस ने भी लगातार समुद्रतट से रेगिस्तान तक पीछा कर बाड़मेर-स
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आईजी विकास कुमार ने बताया कि रेंज की साइक्लोनर, टोरमैडो और स्ट्रॉग टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर आरोपी श्यामसुन्दर को पकड़ा। रेंज की की टीम ने गुजरात के द्वारका से पीछा करना शुरु किया था। आखिरकार बाड़मेर-सांचौर सीमा पर पकड़ में आया।
चकमा देने बदलता रहा नाम
पुलिस 3 साल से आरोपी की तलाश कर रही थी। उसे दबोचने के लिए तीन महीने से ऑपरेशन वंशीधर चलाया गया था। वह अपना नाम बदल- बदलकर रह रहा था। पुलिस को चकमा देने के लिए श्यामसुन्दर कभी सांवरिया, सांवरराम तो कभी मुरली मनोहर बनकर फरारी काट रहा था।
गुजरात के द्वारका से पीछे लगी पुलिस
गुजरात के द्वारका में होने का पता चलते ही रेंज टीम पहुंची। अपराधी परिवार के साथ गुजरात के द्वारिका घुमने गया था। वहां से उसकी पत्नी ने अपने रिश्तेदार को फोन कर बताया कि वह द्वारका में है उस पर उसके रिश्तेदार ने पूछा वह अकेले वहां कैसे उस पर उसने बताया नहीं नहीं यह भी साथ में हैं…., यह जानकारी पुलिस काे पता चलते ही टीम तुरंत गुजरात रवाना हुई। टीम जब गुजरात पहुंची तब उसके परिवार के काफी लोग साथ थे अपराधी पहले भी पुलिस पर फायरिंग कर चुका है ऐसे में रेंज की टीम ने उसका सिर्फ पीछा किया। गुजरात से जैसे ही वह बाड़मेर पहुंचा और परिवार वालों को घर छोड़ कर अकेले निकला तब टीम ने उसे दबोचा।
जालोर, सिरोही और बाड़मेर में कई मामले दर्ज
आईजी ने बताया कि आरोपी श्यामसुन्दर पर जालोर, सिरोही और बाड़मेर जिले में एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। सिरोही पुलिस ने भी 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। मादक पदार्थों की तस्करी के गैंग का सरगना भी बाताया जा रहा है, जिसकी जांच की जा रही है। तस्करी के अलावा हत्या के प्रयास, मारपीट, तोड़फोड़, राजकार्य में बाधा,आर्म्स एक्ट के प्रकरण दर्ज हैं। सिरोही में पुलिस पर फायरिंग कर भी भाग चुका है।
महंगी कारों का शौकीन
अपराधी महंगी कारों का शौकीन है। वह पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग कारों में एक जिले से दूसरे जिले में जाता था। उसके पास से 10 मोबाइल और 17 सिम कार्ड बरामद किए है। अलग-अलग सिम से बात करता था ताकि लोकेशन ट्रेस नहीं कर सकें। वाहन चोरी से अपराध की दुनिया में आया और मादक पदार्थों की तस्करी भी करने लगा।