किडनैप हुआ दो साल का बच्चा मिला: आरोपी महिला को पुलिस ने किया गिरफ्तार, अपराध में शामिल नाबालिग को किया डिटेन – Chittorgarh Headlines Today News

कोतवाली थाना क्षेत्र से 5 दिन पहले किडनैप हुआ 2 साल के बच्चे को पुलिस ने ढूंढ निकाला। जिस महिला ने बच्चे की चोरी की थी, उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

कोतवाली थाना क्षेत्र से 5 दिन पहले किडनैप हुए 2 साल के बच्चे को पुलिस ने ढूंढ निकाला। जिस महिला ने बच्चे की चोरी की थी। उसे भी गिरफ्तार कर लिया। महिला बच्चे को चुरा कर कोटा ले गई थी। वह कोटा के ही केशवपुरा चौराहा के फुटपाथ पर रहती है। आरोपी महिला पहल

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इधर, अपने बेटे को पाकर मां खुशी से झूम उठी और बार-बार पुलिस को आभार जताया। पुलिस ने भी इस मामले में तत्परता दिखाते हुए सराहनीय काम किया है।

कोटा के कई कच्ची बस्तियों में पुलिस ने की तलाश

17 जून को उदयपुर हाल पन्नाधाय बस स्टैंड के पास राजू खटीक के भंगार गोदाम के बाहर रहने वाली खानाबदोश महिला मीरा गवारिया ने एक रिपोर्ट दी थी। मीरा ने अपने बच्चे की किडनैपिंग का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने एक टीम का गठन किया। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले। आसपास के लोगों से जानकारी ली। इस दौरान पुलिस को एक लीड मिली कि कोटा की एक महिला पिछले दो महीने से चित्तौड़गढ़ में रह रही थी और भीख मांगने का काम कर रही थी। इस पर पुलिस की टीम तुरंत कोटा रवाना हुई और लगभग 15 से 20 कच्ची बस्तियों सकतपुरा चौराहा, आरपीएस कोलोनी, बाम्बे योजना अन्नतपुरा, बंजारा बस्ती, रामपुरा, गुमानपुरा, दशहरा मैदान, सीएडी चौराहा, केशवपुरा, किशोरपुरा में महिला की तलाश की। पहले के दो दिन तो पुलिस को निराशा ही हाथ लगी। लेकिन एक दिन वहां पर भी उन्हें आरोपी महिला गीता पत्नी राधेश्याम मोची के बारे में जानकारी मिली।

मीरा के पास बच्चे को देख पहले ही चुराने का कर लिया था प्लान

गीता मोची कोटा के केशवपुरा चौराहे के फुटपाथ पर रह रही थी। पुलिस ने वहां से उसे डिटेन किया। साथ ही, इस अपराध में लिफ्ट एक बाल अपचारी को भी डिटेन कर चित्तौड़गढ़ लाए। जहां महिला को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी महिला गीता मोची ने खुलासा किया कि पिछले एक-दो महीने से वह चित्तौड़गढ़ में ही चामटीखेड़ा और पन्नाधाय बस स्टैंड के आसपास ही भीख मांगने का काम करती थी। यहां-वहां घूमने के दाैरान इसने मीरा गवारिया के पास दाे साल के मासूम काे देखा ताे उसकी आड़ में भीख मांगने के लिए बच्चे काे चुराने की साजिश रची।

इधर, अपने बेटे को पाकर मां खुशी से झूम उठी और बार-बार पुलिस को आभार जताया। पुलिस ने भी इस मामले में तत्परता दिखाते हुए सराहनीय काम किया है।

इधर, अपने बेटे को पाकर मां खुशी से झूम उठी और बार-बार पुलिस को आभार जताया। पुलिस ने भी इस मामले में तत्परता दिखाते हुए सराहनीय काम किया है।

बाल अपचारी के खिलाफ कोटा में भी मामला दर्ज

आरोपी महिला ने बताया कि पहले वो बच्चे की आड़ में और बाद में बच्चे को बड़ा कर उसे भीख मंगवाना चाहती थी, इसीलिए किडनैप कर ले गई। मूलत वह मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली है लेकिन पिछले 20 सालों से कोटा में ही रह रही है। वह छोटी मोटी चोरियां भी करती है। वहीं, उसने यह भी बताया कि अपराध में शामिल 7 साल का बाल अपचारी और बाल अपचारी का एक 13 साल का एक बड़ा भाई भी के खिलाफ पहले कोटा के भीमगंज मंडी में मामला दर्ज है।

बेटे को देख खुश हुई मां

इधर, जब कोतवाली पुलिस की टीम बच्चे को वापस लेकर चित्तौड़गढ़ पहुंची तो अपने 2 साल के मासूम बेटे को देखकर मां खुशी से झूम उठी। वह कई घंटे तक थाने में अपने बच्चे को गोद में लेकर घूमती रही। बच्चा भी अपनी परिवार को देखकर काफी खुश नजर आया। मां मीरा गवारिया ने बताया कि वह अपने बेटे को देखकर काफी खुश है। 17 जून की सुबह 5 बजे जब उसे अपने बेटे की किडनैप होने की बात पता चली तो उसने तुरंत पुलिस को आकर बताया। पुलिस ने भी लगातार तुरंत कार्रवाई की। मीरा गवारिया ने अपने बेटे को वापस लाने के लिए पुलिस को बार-बार आभार जताया। सही मायने में कोतवाली पुलिस की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सराहनीय कार्य में किया है। कोतवाली थाना अधिकारी संजीव स्वामी के नेतृत्व में एएसआई जितेन्द्रसिंह, हेड कॉन्स्टेबल गोपाललाल, कॉन्स्टेबल प्रहलाद कुमार, सुनिल कुमार, महिला कॉन्स्टेबल जेबुनिशा ने यह कार्रवाई पूरी की।

यह था मामला

पन्नाधाय बस स्टैंड के पास खानाबदोश लाइफ जीने वाली मीरा गवारिया ने पुलिस में रिपोर्ट दी थी कि वो मूलत उदयपुर जिले की रहने वाली है। वह अपने परिवार वालों के साथ शास्त्री सर्कल, उदयपुर में भंगार बिनती थी। इसके बाद उसकी शादी जोधपुर के राजेश गवारिया के साथ हो गई। राजेश गवारिया भी उदयपुर में रहकर भंगार बनने का काम करता था। मीरा गवारिया ने बताया कि उसके पिता और पति दोनों की ही मौत हो गई और उसका एक दो साल का बेटा है। होली के समय से वह अपने राखी डोरे के भाई देवीलाल भील के साथ चित्तौड़ आ गई थी और उसी के साथ यहां पन्नाध्याय बस स्टैंड के पास डेरा डालकर रह रही थी। रात को जब वह भंगार बीन कर वापस राजू खटीक के भंगार गोदाम के पास पहुंची तो रिक्शा में ही सो गई। देर रात को जब जाग हुई तो उसका बेटा पास में मौजूद नहीं था। आसपास काफी ढूंढने के बावजूद भी बच्चा नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध महिला बच्चे को ले जाती हुई दिखाई दी। महिला के साथ एक बच्चा और था। महिला ने किडनैप किए हुए बच्चे को अपने साथ लाए हुए बच्चे को पकड़ा दिया और एक शॉल उड़ा दिया, ताकि किसी को शक ना हो।

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