ओडवाड़ा गांव के लोगों के लिए पायलट ने उठाई आवाज, रोती महिला का Video किया शेयर
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Viral Video: सोशल मीडिया पर एक महिला की वीडियो को सचिन पायलट ने शेयर किया है. वायरल हो रही वीडियो ओरण भूमि ओडवाड़ा गांव की है. वीडियो में महिला की बेबसी, व्याकुलता और अंधकार भरा भविष्य दिख रहा है. महिला की आंखों से गिरता एक एक आंसू पूछ रहा है कि सरकार हमारी क्या गलती है?
आंसू सवाल पूछ रहे हैं कि जिस घरौंदे को हमने बनाया था, उसके टूटने के बाद कहां जाएं. आंसू पूछ रहे हैं कि सरकारी पीले पंजे से कैसे लड़ें? आंसू पूछ रहे हैं कि न्यायालय ने जिन आशियानों को तोड़ने के आदेश दिए, क्या वो 80 साल से रह रहे लोगों के लिए न्याय संगत है?
राज़ इलाहाबादी ने कहा था कि आशियां जल गया, गुल्सितां लुट गया, हम क़फ़स से निकल कर किधर जाएंगे? इतने मानूस सय्याद से हो गए, अब रिहाई मिलेगी तो मर जाएंगे…. सचिन पायलट ने जो वीडियो शेयर किया, वो तमाम सवाल उठा रहे हैं. इस महिला का दर्द और ऐसी तमाम परिवारों का दर्द सिर्फ वही जानते हैं जिनका घर आदेश के बाद तोड़ दिया गया.
जालोर जिले के ओडवाड़ा गांव में घरों को तोड़ने के आदेश के विरुद्ध संघर्ष कर रहे लोगों के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किया गया, उसकी मैं घोर निंदा करता हूं।
ये लोग अपना घर बचाने के लिए आवाज उठा रहे हैं, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं।सरकार को इनके अधिकारों के लिये न्यायपालिका के… pic.twitter.com/AT910NBrEK
— Sachin Pilot (@SachinPilot) May 16, 2024
सचिन पायलट ने ओडवाड़ा गांव की घटना पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि जालोर जिले के ओडवाड़ा गांव में घरों को तोड़ने के आदेश के विरुद्ध संघर्ष कर रहे लोगों के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किया गया, उसकी मैं घोर निंदा करता हूं. ये लोग अपना घर बचाने के लिए आवाज उठा रहे हैं, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं. सरकार को इनके अधिकारों के लिये न्यायपालिका के माध्यम से तुरंत राहत प्रदान करने के लिये कार्यवाही करनी चाहिये थी. पुलिस एवं प्रशासन से आग्रह है कि इस मुद्दे को शांति एवं बातचीत द्वारा सुलझाया जाना चाहिए.
क्या है पूरा मामला
राजस्थान में जालौर जिले के ओडवाड़ा गांव में दो भाईयों के पारिवारिक झगड़े के मामले में हाइकोर्ट ने बड़ी संख्या में हुए निर्माण को तोड़ने के आदेश पिछले साल ही दे दिए थे. मिली जानकारी के अनुसार जिस भूमि पर निर्माण हुए हैं. वह भूमि ओरण किस्म की भूमि हैं. हाईकोर्ट के सुनवाई के बाद ओरण भूमि पर बने मकान को अतिक्रमण मानते हुए हटाने के आदेश दिए गए थे.
हाईकोर्ट की अनुपालना में जिला प्रशासन भी तैयारी में लग गया. मकानों को ध्वस्त करने की इस कार्रवाई के विरोध में यहां बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिलाएं जुट गईं. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठी भी चार्ज किया. पुलिस प्रशासन ने बल प्रयोग कर महिलाओं और लोगों को वहां से हटाया. इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की. जब महिलाओं के मकानों पर बुलडोजर चला तो कई महिलाएं बिलख पड़ी तो कई बेहोश हो गईं.
विधायक छगन राजपुरोहित ने सीएम भजनलाल से की मुलाकात
इस पूरे मामले को लेकर आहोर के विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात की. छगन सिंह राजपुरोहित ने मुख्यमंत्री से मिलकर ओडवाड़ा गांव को उजड़ने से रुकवाने का आग्रह किया. विधायक छगन सिंह ने सीएम भजनलाल शर्मा को पूरे मामले की जानकारी दी और ओडवाड़ा के मामले पर ज्ञापन सौंपा.
सीएम भजनलाल शर्मा ने संवेदनशीलता दिखाई और इस विषय पर अधिकारियों से बात की. विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने कहा कि ओडवाड़ा ग्रामवासियों से मिलकर कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी. विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने कहा कि ओडवाड़ा ग्रामवासियों के हित में फैसला लाने का प्रयास रहेगा. 2021 से ओडवाड़ा गांव के हित में प्रयास किए और गांव को उजड़ने से रुकवाया भी था.