उदयपुर विकास प्राधिकरण का दायरा बढ़ेगा, पहले करेंगे चर्चा: पेराफेरी में अभी 136 गांव, अब नए गांवों को जोड़ा जाएगा और कुछ शहरी इलाके निगम में जाएंगे – Udaipur Headlines Today News

आगामी नगर निगम चुनावों को लेकर कवायद शुरू हो गई है। सबसे पहले नगर निगम के परिसीमन पर काम होगा। ऐसे में कई इलाके जो उदयपुर विकास प्राधिकरण (UDA) के पास है वे नगर निगम में जाएंगे तो UDA की पेराफेरी में अभी 136 गांव है जिनकी संख्या में इजाफा होगा। इस बा
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उदयपुर विकास प्राधिकरण के विस्तार को लेकर काम और नगर निगम के वार्ड बढ़ाने के परिसीमन को लेकर एक साथ काम किया जाना है ऐसे में दोनों का मेप तैयार किया जा रहा है ताकि बाद में दिक्कत नहीं आए।
असल में गांव नहीं आना चाहते पेराफेरी में
असल में यूडीए के पेराफेरी में पंचायतें नहीं आना चाहती है। पूर्व में भी जिन गांवों को शामिल किया गया वहां इसका विरोध जमकर हुआ था। 17 अगस्त 2023 को उदयपुर शहर से सटे गिर्वा व बड़गांव के करीब 24 गांवों का विरोध खुलकर सामने आया था। तब कलेक्टरी आए सरपंचों ने कहा कि पंचायतो में विकास तो हुआ नहीं बल्कि वहां पंचायतों के लिए परेशानियां खड़ी हो गई, इसमें विकास कार्यों के लिए यूआईटी की एनओसी लेना भी मजबूरी हो गया था।

अभी यूडीए के अधीन तहसीलवार इतने गांव
पेराफेरी पंचायतों के जनप्रतिनिधियों की ये आपत्तियां
- गांव में जो सरकारी जमीन है वहां सरकारी बिल्डिंग से लेकर श्मशान घाट के लिए यूडीए के चक्कर लगाते पड़ते हैं।
- पानी की टंकी बनाने के लिए भी एनओसी के लिए चक्कर ही लगाने होते हैं।
- जमीन तो यूडीए संभाल लेता लेकिन गांवों का विकास नहीं हुआ।
- सड़क, नाली और पानी जैसी सुविधाएं तक ग्रामीणों को नहीं मिल पाती।
- पंचायती राज के जनप्रतिनिधि नाम के हो जाते थे और काम के लिए यूडीए के चक्कर लगाते हैं।
विरोध के बाद इस बार विधायकों और सरपंचों के साथ चर्चा होगी
21 जून को यूडीए के क्षेत्र विस्तार के लिए नए गांवों को सम्मिलित करने के संबंध में बैठक शाम 4 बजे जिला कलेक्ट्रेट सभागार में होगी। इस बैठक में उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, मावली, वल्लभनगर व गोगुन्दा के विधायक, संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच और अधिकारियों को बैठक में आमंत्रित किया है ताकि इस पर चर्चा की जा सके।
नगर निगम के विस्तार में ये एरिया हो सकता शामिल
शहर का भुवाणा, नवरत्न कॉम्पलेक्स, चित्रकूट नगर, शोभागपुरा 100 फीट के आसपास का इलाका, बलीचा, तीतरड़ी, सवीना, सीसारमा जैसे क्षेत्र में विकसित हुई कॉलोनियों को नगर निगम में शामिल किया जा सकता है। यह सब परिसीमन में वार्ड संख्या के अनुसार तय होगा।